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आंगनबाड़ी सहायिका मांगों को लेकर हुई लामबंद, मानदेय, प्रमोशन व अवकाश सहित 11 सूत्री मांगों को लेकर बनी रणनीति

रायपुर 23 जून 2024। आंगनबाड़ी सहायिका अब अपनी मांगों को लेकर लामबंद होने लगी है। यूं तो अभी हड़ताल की रणनीति नहीं बनी है, लेकिन छत्तीसगढ आंगनबाड़ी सहायिका संघ अपनी मांगों को लेकर मुखर होता दिख रहा है। आज छत्तीसगढ आंगनबाड़ी सहायिका संघ की बैठक छत्तीसगढ भवन स्थित उद्यान में आयोजित की गयी। बैठक में कई अहम मुद्दों पर फैसला लिया गया। संघ ने फैसला लिया है कि संघ की तरफ से 11 सूत्री मांगों को लेकर सम्मेलन आयोजित करेगा, जिसके जरिये केंद्र और राज्य सरकार को अपनी मांगों से अवगत कराया जायेगा।

चन्द्रशेखर पाण्डेय प्रांतीय संयोजक के नेतृत्व में आयोजित हुई बैठक में कई जिला परियोजना के सदस्य भी उपस्थित रहे। बैठक में लंबित मांगों के लिए रणनीति तैयार किया गया। इस दौरान ये निर्णय लिया गया कि प्रांतीय पदाधिकारी का चयन प्रत्येक संभाग से दो सदस्य लिए जाएंगे। मांगों को लेकर फिलहाल हड़ताल की जगह सम्मेलन आयोजित किया जायेगा। विभागीय कार्यों को बिना बाधित किए सम्मेलन के माध्यम से राज्य सरकार और केंद्र सरकार को अपनी मांगों से अवगत कराने का निर्णय लिया गया है। बैठक में कहा गया है कि वर्ष में सभी सदस्यों को आयोजित कार्यशाला में भाग लेना अनिवार्य है।

बैठक निर्धारित समय से प्रारंभ हुआ निम्न मांग –
1 कार्यकर्ताओं को प्राप्त मानदेय का 80 % सहायिकाओं का मानदेय दिया जावे।
2 कार्यकर्ता के 50% रिक्त पदों पर सहायिकाओं को शैक्षणिक और अनुभव के आधार पर विभागीय पदोन्नति दिया जावे।
3 पर्यवेक्षक के परिसीमित भर्ती परीक्षा में शैक्षणिक योग्यता के आधार पर सहायिकाओं को 50% आरक्षण दिया जावे।
4 मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के रिक्त पदों पर सहायिकाओं को शत प्रतिशत प्राथमिकता दिया जावे।
5 सेवा निवृत्त पश्चात एकमुश्त राशि पांच लाख रुपए दिया जावे।
6 सेवा निवृत्त पश्चात पांच हजार रुपए मासिक पेंशन दिया जावे।
7 सहायिका के आकस्मिक मृत्यु पर परिवार के एक सदस्य को शैक्षणिक योग्यता अनुसार अनुकम्पा नियुक्ति दिया जावे।
8 मासिक मानदेय को महंगाई भत्ता से जोड़ा जावे।
9 वरिष्ठता के आधार पर क्रमोन्नति प्रदान किया जावे।
10 सभी सहायिकाओं को एंड्रॉयड मोबाइल और डाटा रिचार्ज दिया जावे।
11 कार्यकर्ताओं को अन्य ड्यूटी लगाए जाने पर अतिरिक्त राशि प्रदान किया जाता है जबकि उक्त समय सहायिका केन्द्र को अकेले संचालित करती है अतः सहायिकाओं को अर्जित अवकाश प्रदान किया जावे।

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